Sunday, December 5, 2010

गति - माँ

बहुत कठिन है - बनना माँ

कोटि वंदना, तुझको माँ


पल पल अपनी देह काट कर

बुनना मेरी देह को - माँ


अपने आँचल की छाया में

भरना मुझको स्नेह से - माँ !


जीवन कठिन डगर, मगर है

सहज गुजरना, तुझसे माँ !!

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